कथानक _ KATHANAK ( कविताओं पर विशेष )
हिन्दी साहित्य के चर्चित जर्नल 'कथानक' का यह ताजा अंक उन्नीस सौ नब्बे के बाद की हिन्दी कविताओं पर केन्द्रित है। इस अंक में सम्पादक अनुज ने प्रो. मैनेजर पाण्डेय, नरेश सक्सेना, विनोद कुमार शुक्ल और अनामिका से उन्नीस सौ नब्बे के बाद की हिन्दी कविता के विकास, विशेषताएँ और ट्रेंड पर लम्बी बातचीत की है। इसमें कविता के मौजूदा परिदृश्य पर डा. दिग्विजय सहाय, मदन कश्यप, डा. बजरंग बिहारी तिवारी, डा. सुशीला टाकभौरे और विमल कुमार के लेख भी शामिल हैं। साथ ही, इस अंक में नब्बे के बाद के लिखना शुरु करने वाले कवियों की ताजा कविताओं के साथ-साथ उनपर आलोचकी टिप्पणियाँ भी सम्मिलित की गई हैं। इस अंक में राकेशरेणु, पंकज चतुर्वेदी, जितेन्द्र श्रीवास्तव, जेसिन्ता केरकेट्टा, अनुज लुगुन, संतोष चतुर्वेदी, मनोज कुमार झा, कुमार अनुपम आदि की ताजा कविताओं के साथ उन कविताओं पर अनामिका, अरुण होता, गोपाल प्रधान, उषा किरण खान, अधीर कुमार, गरिमा श्रीवास्तव, ऋतु भनोट आदि की आलोचकीय टिप्पणी भी है। इस अंक में आपको पहली बार कथाकार मैत्रेयी पुष्पा की कविताएँ पढ़ने को मिलेंगी।
'कथानक' के इस संग्रहणीय, सुन्दर, सुनियोजित और पठनीय सामग्री से भरपूर कविता विशेषांक के सम्पादक कहानीकार अनुज हैं। इसे 'कला-संगम' ट्रस्ट ने प्रकाशित किया है।
इस अंक का मूल्य 150 रू. मात्र है।
कथानक - KATHANAK ( कविताओं पर विशेष ) सम्पादक - अनुज
- Product Code: 2020
- Availability: In Stock
-
₹ 90.00 MRP ₹ 150.00
- Ex Tax: ₹ 90.00
Write a review